भारत में कोरोनावायरस से लड़ाई के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वे आगे आकर जरूरतमंदों की मदद के लिए पीएम केयर्स फंड में अपनी क्षमता के अनुसार दान दें। पीएम की इस अपील के कुछ ही समय के अंदर कई बड़े उद्योगपतियों और कंपनियों ने इस कोरोना से निपटने के लिए बने इस फंड में करोड़ों की राशि दान करने का ऐलान कर दिया। टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो और एयरटेल ने कई सौ करोड़ की राशि दान करने का ऐलान कर दिया। दानकर्ताओं में कई चीनी कंपनी भी आगे रहीं। चीन की टेलिकॉम और मोबाइल कंपनी श्याओमी, हुआवे, वनप्लस और ओप्पो इसमें सबसे आगे रहीं।

हालांकि, पीएम केयर्स फंड में सबसे ज्यादा दान देने वाली चीनी कंपनी रही शॉर्ट वीडियो नेटवर्किंग ऐप टिकटॉक, जिसने ऐप पर ही एक क्विज गेम- ‘खेलोगे आप, जीतेगा इंडिया’ शुरू कर के पीएम केयर्स फंड के लिए 30 करोड़ रुपए दान करने की बात कह चुकी है। गौरतलब है कि टिकटॉक फरवरी से लगातार ऐप के जरिए कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में जागरुकता फैलाने के बारे में बयान जारी करती रही है। खुद सरकार का MyGov और PIB हैंडल भी इस ऐप का इस्तेमाल कोरोना के प्रति जागरुकता फैलाने में कर रही है।

चीन की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी श्याओमी ने पीएम केयर्स फंड के ऐलान के 3 दिन के अंदर ही कुल 15 करोड़ रुपए की राशि कोरोना से लड़ाई में देने का ऐलान कर दिया। इनमें 10 करोड़ रुपए पीएम केयर्स फंड के लिए, जबकि 5 करोड़ रुपए अलग-अलग राज्यों के सीएम केयर्स फंड में देने की घोषणा की गई। इसके अलावा श्याओमी ने गिव इंडिया प्लेटफॉर्म के साथ एक करोड़ रुपए जुटाने का भी लक्ष्य रखा और इससे 20 हजार परिवारों के लिए साबुन, सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराने की योजना तैयार हुई।

श्याओमी के अलावा चीनी टेलिकॉम कंपनी हुआवे ने भी पीएम केयर्स फंड में 7 करोड़ रुपए का डोनेशन दिया था। इसके अलावा हुआवे ने भारतीय अफसरों को कोरोना संदिग्धों की जांच के लिए तापमान जांचने से संबंधी तकनीक शेयर करने का प्रस्ताव भी दिया था। इसके अलावा बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स की दो मोबाइल कंपनी- वनप्लस और ओप्पो ने भी पीएम केयर्स फंड में 1-1 करोड़ रुपए का दान दिया था।