दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव समिति ने छात्र संगठनों को चुनाव प्रचार करने के लिए मंगलवार दोपहर 12 बजे तक का समय दिया है। पहले सोमवार शाम 5 बजे तक का ही समय निर्धारित था, लेकिन छात्र संगठनों की अपील पर समिति ने समय बढ़ाने का फैसला किया। डूसू में बुधवार को मतदान होगा। 13 सितंबर को सुबह 8:30 बजे से किंग्सवे कैंपस पुलिस लाइन में मतगणना शुरू होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त प्रोफेसर वीके कौल के मुताबिक, इस बार छात्र संगठनों को प्रचार के लिए कम समय मिला है। कुछ छात्र संगठनों की ओर से समय बढ़ाने की अपील भी की गई थी। इसलिए हमने चुनाव प्रचार का समय बढ़ाया है।

जमकर हुआ प्रचार

सोमवार को छात्र संगठनों ने जमकर प्रचार किया। सभी उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ कॉलेजों और परिसरों में घूमते रहे। उत्तरी परिसर के कला संकाय पर सोमवार को खूब गहमा-गहमी रही। समर्थकों की भीड़ के कारण छात्रा मार्ग पर जाम की स्थिति रही। समर्थक अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते दिखे। इस दौरान उत्तरी परिसर में महंगी कारें भी देखी गर्इं। अदालत और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की रोक के बावजूद परिसर में सभी छात्र संगठनों की ओर से परचे उड़ाए गए। हालांकि अच्छी बात यह रही है कि परचों से हुई गंदगी को तुरंत साफ भी कर दिया गया।

एबीवीपी ने किया महिला सुरक्षा व अधिकार रैली का आयोजन

एबीवीपी ने डीयू में छात्राओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर सोमवार को एक रैली आयोजित की। इस रैली के माध्यम से एबीवीपी से जुड़ी डीयू की छात्रा कार्यकर्ताओं ने महिला सुरक्षा, परिसर में सक्रिय सहभागिता आदि विषयों को उठाया। उत्तरी परिसर के कला संकाय से शुरू हुई रैली विधि संकाय के सभी केंद्रों व विभिन्न विभागों से होते हुए केंद्रीय पुस्तकालय पर संपन्न हुई।

पूरी पारदर्शिता हो : एनएसयूआइ

एनएसयूआइ ने सोमवार को डूसू के मुख्य चुनाव आयुक्त को मतदान और मतगणना में पारदर्शिता रखने की मांग करते हुए एक पत्र लिखा। एनएसयूआइ दिल्ली प्रदेश अक्षय लकड़ा की ओर से यह पत्र लिखा गया है। पत्र के माध्यम से मुख्य चुनाव आयुक्त से मांग की गई है कि ऐसे छात्र जिनके अभी तक कॉलेज के पहचान पत्र नहीं बने हैं, उन्हें फीस की रसीद और अन्य किसी पहचान पत्र के माध्यम से मतदान करने की इजाजत दी जाए।

एनएसयूआइ के समर्थन में रैली

डूसू चुनाव में एनएसयूआइ पैनल को जीत दिलाने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक जयकिशन के नेतृत्व में डीयू के उत्तरी परिसर में रैली निकाली गई। विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से शुरू हुई यह रैली खालसा कॉलेज, मिरांडा हाउस, एसआरसीसी, रामजस कॉलेज, विधि संकाय, हिंदू कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज और हंसराज कॉलेज से गुजरी। इससे पहले यात्रा को कांग्रेस नेता रुचिका गुप्ता, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नदीम जावेद, पूर्व छात्र नेता नीतू वर्मा, दीपांशु बंसल, राहुल ढाका और बरुण ढाका सहित अन्य लोग मौजूद थे। जयकिशन ने कहा कि छात्रों का हित केवल एनएसयूआइ और कांग्रेस ही समझ सकते हैं।

जाकिर हुसैन कॉलेज में तोड़फोड़

डीयू के जाकिर हुसैन दिल्ली सांध्य कॉलेज में डूसू चुनाव के प्रचार के दौरान उम्मीदवारों के समर्थकों ने सोमवार को तोड़फोड़ की। स्थिति को खराब होता देख कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को बुलाया। इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कॉलेज में तैनात रहे। एनएसयूआइ का आरोप है कि एबीवीपी के उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार शक्ति सिंह के साथ आए समर्थकों ने यह तोड़फोड़ की है। एबीवीपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। एबीवीपी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी ने कहा कि शक्ति सिंह अपना प्रचार करने के लिए जाकिर हुसैन गए थे लेकिन इस दौरान उन्हें कुछ छात्र संगठनों के लोगों अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद एबीवीपी के लोगों ने जगह बनाते हुए अंदर गए और प्रचार किया।

आइसा-सीवाइएसएस ने निकाली साइकिल रैली

डूसू चुनाव के लिए आइसा और सीवाइएसएस के संयुक्त पैनल ने सोमवार को डीयू के उत्तरी परिसर में हजारों छात्रों के साथ साइकिल रैली निकाली। छात्र संगठन प्रचार में बड़ी-बड़ी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं आइसा और सीवाइएसएस के साझा पैनल ने आम आदमी की तरह साइकिल पर प्रचार किया। ये अपने आप में एक अनोखे तरीके का प्रचार रहा, जो आज से पहले डूसू चुनाव में देखने को नहीं मिला। परिसर के हर कॉलेज में साइकिल से जाकर इन उम्मीदवारों वोट मांगे। रैली की शुरुआत विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से हुई और उत्तरी परिसर के सभी कॉलेजों से होते हुए गुजरी।